प्रतिष्ठित टाइम्स अखबार की हायर एजुकेशन मैगज़ीन ने अभी हाल ही में संसार के ऐसे सौ सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों की सूची बनाई जिनकी स्थापना ५० वर्ष के भीतर हुई है . दुर्भाग्य से भारत का कोई भी विश्वविद्यालय इस सूची में स्थान नहीं पा सका। ये बड़ी हैरानी की बात है परंतु इसका अर्थ ये नहीं है की सूची बनाने में भारत के साथ कोई भेदभाव किया गया . इसमें २८ देशो के विश्वविद्यालय शामिल हैं किन्तु भारत के अलावा चीन और रूस का नाम भी गायब है .
समूचे विश्व में हाल के वर्षों में पढाई के तौर तरीको और स्तर में बहुत अंतर आया है तुलनात्मक रूप से छोटे छोटे देशो ने अध्ययन अध्यापन के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल की है हमारा देश बी टी सी और बी ऐड जैसे कोर्सों के साथ संघर्ष रत है और प्राइमरी शिक्षा सुधारने हेतु फैक्ट्री मॉडल पर शिक्षक उत्पन्न कर रहा है . प्राइमरी शिक्षा की दशा सुधरने की बजाय दिन प्रति दिन बिगडती जा रही है . स्वयं शिक्षको की माने तो उन्हें मुफ्त के तनख्वाह मिल रही है और घर के पास पोस्टिंग . उनके पास अगर जन गणना , चुनाव , मतदाता सूची निर्माण जैसे कार्य यदि न हों तो वे निश्कोच कह सकते है की उनके पास कोई भी काम नहीं है . इस स्थिति ने प्राइमरी अध्यापक की नौकरी के लिए इतना अधिक आकर्षण पैदा कर दिया है कि बी टेक , एम् टेक , एम् बी ए आदि बड़ी संख्या में युवक इस अध्यापन की भीड़ में शामिल हो रहे हैं .
कोई भी विश्वविद्यालय या इंजीनियरिंग कॉलेज भारत में ऐसा नहीं है जहाँ के डिग्री धारको को कोई कंपनी नियुक्त करके सीधे या सामान्य ट्रेनिंग करवा कर काम पर लगा सके . उन्हें लम्बी ट्रेनिंग देनी होती है . यह प्रदर्शित करता है की उद्योग और विश्वविद्यालयों में कोई समन्वय नहीं है मैकाले की शिक्षा पद्धति को हम चाहे कितना भी दोष क्यों न दें किन्तु नए ज़माने की प्रोफेशनल कोर्सेज भी मैकाले की रह पर चल निकले हैं . शिक्षा के निजीकरण से ज्यादातर देशों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है . शायद भारत इसका अपवाद है जहाँ निजीकरण से इस क्षेत्र को सिर्फ उद्योग धंधे की तरह चलाया जा रहा है बिना किसी क्वालिटी कण्ट्रोल के इसमें निरंतर गिरावट होती जा रही है .
कालेजो और विश्वविद्यालयों से डिग्री लेने के बाद शायद ही कोई अत्यंत मेधावी छात्र हो जो बिना कोचिंग के कोई भी प्रतियोगिता पास कर सके . चाहे ये प्रतियोगिता किसी नैकरी के लिए हो या फिर किसी दूसरे कोर्स में प्रवेश के लिए हो . इसी कारण कोचिंग व्यवसाय ने समान्तर बड़े उद्योग का रूप धारण कर लिया है . इससे निजात पाने का कोई साधारण तरीका ढूदना बहुत मुश्किल है .
कुछ विश्वविद्यालयो ने बी ए , बी कॉम जैसी साधारण डिग्रियों के लिए ४ साल का समय कर दिया है . इसके पक्ष विपक्ष में बहुत तर्क दिए जा रहे हैं परन्तु ये समय की बर्बादी के अतरिक्त और कुछ नहीं है . अभी बहुत वर्ष नहीं हुए जब इसका समय २ से बढ़ा कर ३ वर्ष किया गया था। इस २ साल की डिग्री करके बहुत से लोग वैज्ञानिक , प्रशासन और प्रबंधन के उच्च पदों पर उत्कृष्टता से काम कर रहे हैं .
खैर , भारत का कोई भी विश्वविद्यालय इन सौ शीर्ष विश्वविद्यालयों की सूची में क्यों नहीं आ पाया ? ये विचारणीय विषय है . संभवता निम्न मुख्य कारण है .
- विश्वविद्यालयो की कमजोर आर्थिक स्थित
- पाठ्यक्रम में कमी
- शिक्षण की गुणवत्ता में कमी
- अनुशासन का अभाव
-शिक्षको की क्षमता और संख्या में कमी
-मूलभूत सुविधाओं का अभाव
-व्योहारिकता का अभाव
-समय के साथ बदलाव का अभाव
-उपयोगिता और रोजगार पूरकता का अभाव
टाइम्स मागज़ीन द्वारा प्रकाशित सूची निम्नवत है .
THE 100 Under 50 universities 2012
1
|
Republic of Korea
|
71.8
| |
2
|
Switzerland
|
66.2
| |
3
|
Hong Kong
|
63.0
| |
4
|
United States
|
60.0
| |
5
|
Republic of Korea
|
58.6
| |
6
|
France
|
56.3
| |
7
|
United States
|
56.0
| |
8
|
United Kingdom
|
55.7
| |
9
|
United Kingdom
|
53.6
| |
10
|
United Kingdom
|
51.0
| |
11
|
United States
|
48.7
| |
12
|
Hong Kong
|
48.5
| |
13
|
United Kingdom
|
48.1
| |
14
|
Germany
|
47.7
| |
15
|
France
|
46.8
| |
16
|
Singapore
|
46.0
| |
17
|
Spain
|
45.7
| |
18
|
Hong Kong
|
45.5
| |
19
|
Netherlands
|
44.9
| |
20
|
United Kingdom
|
44.7
| |
21
|
United States
|
44.6
| |
22
|
Germany
|
43.3
| |
23
|
Sweden
|
42.1
| |
24
|
Spain
|
41.7
| |
25
|
Italy
|
41.1
| |
26
|
Germany
|
40.7
| |
27
|
Sweden
|
40.6
| |
28
|
Canada
|
40.4
| |
29
|
United States
|
40.3
| |
30
|
Canada
|
40.0
| |
30
|
Taiwan
|
40.0
| |
32
|
Turkey
|
38.9
| |
33
|
Australia
|
38.5
| |
33
|
Australia
|
38.5
| |
35
|
United Kingdom
|
38.4
| |
36
|
Denmark
|
37.8
| |
37
|
Italy
|
37.5
| |
37
|
United Kingdom
|
37.5
| |
39
|
Japan
|
37.1
| |
40
|
Australia
|
37.0
| |
41
|
Austria
|
36.8
| |
42
|
Germany
|
36.5
| |
43
|
Norway
|
36.2
| |
44
|
Brazil
|
35.9
| |
45
|
Australia
|
35.8
| |
46
|
France
|
35.4
| |
46
|
Hong Kong
|
35.4
| |
48
|
Australia
|
35.3
| |
49
|
Spain
|
34.9
| |
50
|
Greece
|
34.5
| |
50
|
United Kingdom
|
34.5
| |
50
|
Canada
|
34.5
| |
53
|
United States
|
34.4
| |
54
|
Finland
|
34.3
| |
55
|
Taiwan
|
33.5
| |
56
|
United Kingdom
|
33.4
| |
57
|
United States
|
33.0
| |
58
|
New Zealand
|
32.4
| |
59
|
Sweden
|
32.3
| |
60
|
United Kingdom
|
32.2
| |
61
|
United Kingdom
|
31.9
| |
62
|
United Kingdom
|
31.1
| |
63
|
United States
|
30.8
| |
64
|
Republic of Ireland
|
30.1
| |
65
|
Australia
|
29.9
| |
66
|
Portugal
|
29.8
| |
67
|
Denmark
|
29.7
| |
68
|
Iran
|
29.2
| |
69
|
United Kingdom
|
27.9
| |
70
|
Taiwan
|
27.8
| |
71
|
United Kingdom
|
27.7
| |
72
|
United Kingdom
|
27.6
| |
72
|
United Kingdom
|
27.6
| |
74
|
Spain
|
27.1
| |
75
|
France
|
26.6
| |
75
|
Australia
|
26.6
| |
77
|
New Zealand
|
26.4
| |
78
|
Australia
|
26.1
| |
78
|
Australia
|
26.1
| |
80
|
United Kingdom
|
25.9
| |
81
|
Australia
|
25.1
| |
81
|
Australia
|
25.1
| |
83
|
United Kingdom
|
24.9
| |
84
|
United States
|
24.7
| |
85
|
Portugal
|
24.6
| |
86
|
Ireland
|
23.9
| |
86
|
Spain
|
23.9
| |
88
|
Australia
|
23.4
| |
89
|
Taiwan
|
23.3
| |
90
|
United Kingdom
|
22.9
| |
91
|
Canada
|
22.6
| |
92
|
United Kingdom
|
22.4
| |
93
|
Australia
|
22.1
| |
94
|
Saudi Arabia
|
21.8
| |
95
|
Taiwan
|
21.7
| |
96
|
Egypt
|
21.0
| |
97
|
Ireland
|
20.3
| |
98
|
Malaysia
|
20.0
| |
99
|
Brazil
|
19.9
| |
100
|
Australia
|
19.8
|
***************************************************************************
- शिव प्रकाश मिश्रा
No comments:
Post a Comment